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रोहतास पत्रिका/सासाराम: एचसीएल ग्रुप के संस्थापक शिवनादर की जनहित में पहल विद्याज्ञान प्रवेश परीक्षा को आज सबल ने रोहतास जिले के स्कॉटिश सेंट्रल स्कूल के प्रांगण में संपन्न कराया। विद्याज्ञान प्रवेश परीक्षा में पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र भाग लिए एवं इस परीक्षा में जो छात्र अंतिम रूप से चयनित होंगे उनकी छठवीं से लेकर बारहवीं कक्षा तक की शिक्षा, आवासीय एवं सभी तरह के खर्च को एचसीएल ग्रुप द्वारा वहन किया जाएगा। सभी छात्र-छात्राओं को संस्था द्वारा देश के वर्ल्ड क्लास विद्यालय में शिक्षा लेने में सहायता प्रदान की जाएगी।

विद्यालय परिसर के अंदर शांति पूर्वक कदाचार मुक्त परीक्षा कराने के लिए एचसीएल ग्रुप से वैभव एवं अभिषेक परीक्षा नियंत्रक के रूप में केंद्र पर पूरे समय निरीक्षण में रहे। वहीं परीक्षा को शत् प्रतिशत उनके मानक स्तर के साथ संपन्न कराया गया। इस बात की पुष्टि करते हुए अरुणिश कुमार ने बताया की सबल अपने सभी तरह की जिम्मेदारी को सिर्फ इस वजह से पूर्ण कर पाया क्यूंकि इसके लिए संस्था के प्रत्येक सदस्य की निष्ठा समाहित रहती है।

विद्याज्ञान प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्रा की उम्र सीमा 31 मार्च 2012 से 31 मार्च 2014 तक निर्धारित थी। जबकि छात्र की उम्र 31 मार्च 2013 से लेकर 31 मार्च 2014 तक था। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में माता पिता की वार्षिक आय अधिकतम एक लाख रुपए जबकि शहरी क्षेत्र में अधिकतम दो लाख रुपए निर्धारित किया गया था।

सबल के सचिव रविशंकर पाण्डेय ने बताया की रोहतास जिले में इस परीक्षा को संचालित करने की जिम्मेदारी को निभाते हुए सामाजिक संस्था सबल ने कुल चार चरणों में बच्चों से संपर्क कर बच्चों के फॉर्म भरने, एडमिट कार्ड उन तक पहुंचाने, एवं बच्चों को उनके घर से परीक्षा केंद्र तक लाने एवं पहुंचाने की समुचित व्यवस्था के साथ परीक्षा को संपन्न कराया।

परीक्षा केंद्र पर निगरानी के लिए मिथिलेश पाठक, सोनम प्रिया, मनीष गुप्ता, आदित्य गोलू, नागेंद्र पाण्डेय, विशाल सहस्रामी, सुधांशु कुमार, रजनीश कुमार सिंह, अमन कुमार, अमृतेष कुमार, निर्भय कुमार, मोनू कुमार, धनेश मिश्र, चर्चितानंद पाठक, रवि कुमार, रविरंजन कुमार, नीरज कुमार को लगाया गया था। इस परीक्षा में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग तीन सौ की संख्या में विद्यालयी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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Shark Entertainment

रोहतास पत्रिका/सासाराम: रोहतास जिले के साथ साथ बिहार और उत्तर प्रदेश में गीत संगीत में उभरते कलाकारों को बेहतर प्लेटफार्म उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सासाराम में Shark Entertainment (शार्क इंटरटेनमेंट) कंपनी की शुरुआत की गई। कंपनी के डायरेक्टर संजीव कुमार, रमेश कुमार सिंह, अंशुल कुमार, कौशल कुमार सिन्हा ने संयुक्त रूप से केक काट कर शार्क इंटरटेनमेंट म्यूजिक कंपनी की शुरुआत की। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में भोजपुरी जगत की प्रसिद्ध एक्ट्रेस ज्योतिका पासवान एवं निकिता भरद्वराज भी मौजूद रहीं।

शार्क इंटरटेनमेंट कंपनी की शुरुआत स्वाति श्रेया शर्मा के गए गाने की लॉन्चिंग के साथ किया गया। वही कंपनी ने स्वाति श्रेया शर्मा के साथ 15 गानों के लिए कॉन्ट्रैक्ट भी साइन किया। कंपनी के डायरेक्टर ने बताया की बिहार के साथ साथ उत्तर प्रदेश में कई ऐसे उभरते युवा कलाकार है जिनको गाने के लिए बेहतर प्लेटफार्म नही मिल पाता है जिस वजह से उनकी कला दम तोड देती है। ऐसे ही कलाकारों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए शार्क इंटरटेनमेंट की शुरुआत की गई है।

उनलोगों ने बताया की रोहतास जिले में कई ऐसे स्थान है जहां गाने की शूटिंग के लिए बेहतर लोकेशन उपलब्ध हो जायेगा। इससे रोहतास जिले में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन लोगों ने बताया की दहहरा और छठ पूजा के लिए रोहतास और कैमूर जिले के कई स्थानों पर गानों की शूटिंग शुरू की जाएगा। मौके पर सासाराम नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष चंद्रशेखर कुशवाहा, समाजसेवी रवि देवा, शशि प्रकाश, मेकअप आर्टिस्ट सोनी गुप्ता सहित अन्य लोग मौजूद रहें।

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Sadar Hospital

रोहतास पत्रिका/सासाराम: रोहतास में एक बार फिर विजिलेंस टीम द्वारा कार्यालय का सहायक लिपिक को गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी कब हुई जब सहायक लिपिक किसी काम को करने के आवाज में घूस लेने चाय दुकान पहुंचा था। मिली जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल सासाराम स्थित सीएस कार्यालय में पोस्टेड लिपिक संतोष कुमार को निगरानी विभाग द्वारा 55000 रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।

शिकायत के बाद गुप्त सूचना के आधार पर पहुंचे निगरानी विभाग के टीम द्वारा गौरक्षिणी स्थित चाय दुकान से लिपिक को गिरफ्तार किया है। हालांकि किस काम को करने के लिए पैसों का डिमांड किया था इसका अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। फिलहाल लिपिक को गिरफ्तार करने के बाद निगरानी टीम पटना के लिए रवाना हो गई।

क्या कहते है सिविल सर्जन 

इस संदर्भ में रोहतास सिविल सर्जन डॉक्टर के एन तिवारी ने बताया कि उन्हें निगरानी के डीएसपी ने इस बात की सूचना दिया है। उन्होंने बताया कि निगरानी विभाग के डीएसपी पवन कुमार ने फोन कर बताया कि 55 हजार कैश के साथ उनके एक कर्मी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार कर्मी का नाम संतोष कुमार है और वो लिपिक के रूप में सिविल सर्जन कार्यालय में कार्यरत है।

2021 में भी एक क्लर्क हुआ था गिरफ्तार 

दिसंबर 2021 में सिविल सर्जन कार्यालय में ही कार्यरत राजकृष्ण नाम के एक क्लर्क को 10 हजार रिश्वत लेते हुए निगरानी विभाग ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से सदर अस्पताल के कर्मियों के बीच खौफ हो गया था। हालांकि कुछ समय बीत जाने के बाद स्थिति सामान्य हो गई और पैसों का खेल फिर से शुरू हो गया। तीन वर्षों में हुए दो गिरफ़्तारी से साफ जाहीर होता है की सिविल सर्जन कार्यालय रिश्वतखोरी का अड्डा बना हुआ है।

अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी और मेडिकल स्टोर से महिना फिक्स

रोहतास जिले में कई ऐसे अल्ट्रासाउंड सेंटर,पैथोलॉजी जांच घर, मेडिकल स्टोर एवं अस्पताल है जो अवैध रूप से संचालित होते है। अवैध केंद्रों के संचालनकर्ता द्वारा सिविल सर्जन कार्यालय में पदस्थापित कर्मियों को हर महीने मोटी रकम पहुचाई जाती है। नाम नहीं लिखने के शर्त पर सदर अस्पताल के ही एक कर्मी ने बताया कि सबसे महिना फिक्स है। अल्ट्रासाउंड सेंटर से 5-7 हजार, पैथोलॉजी जांच घर से 2-3 हजार और मेडिकल स्टोर से लगभग 500-1000 महिना लिया जाता है।

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Rohtas Patrika

रोहतास पत्रिका/शिवसागर: मनोरोग विभाग के वरीय नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. विप्लव कुमार सिंह एवं साइकायट्रिक नर्स के. महेश्वरन ने  शकुंतलम बीएड कालेज के विद्यार्थीयों के बीच “टेली-मानस जागरूकता शिविर” का आयोजन किया गया। इस शिविर में भारत सरकार के मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम के तहत मनोरोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा कर विद्यार्थियों को जागरूक किया गया। वहीं डॉक्टरों की टीम ने उचित मनोपरामर्श व प्रबंधन के गुर भी बताये गए।

शिविर में वरीय नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. विप्लव कुमार सिंह ने बताया कि किसी व्यक्ति को अपनो का सपोर्ट या सामाजिक सपोर्ट समाप्त हो जाता है तो, संभवतः ज्यादा चांस रहता है कि व्यक्ति मनोरोगी बन जायेगा। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वह समाज में रहकर ही इससे सीखता है। खुशी, प्यार, गम का आदान-प्रदान करता है। जब इस आदान-प्रदान के क्रिया कलापों पर सामाजिक सपोर्ट दूर होने लगता है तो, व्यक्ति में एक एकाकीपन तथा घुटन सी महसूस होने लगता है। फलतः व्यक्ति मनोरोगी होने कि ओर बढ़ने लगता है। इसलिए व्यक्ति को अपने आसपास के लोगों से दोस्ती बनाकर अपनी बातों को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें, हंसी-मजाक जैसे वातावरण भी रखें, ताकि तनाव को सरलता से झेला जा सके।

किसी भी मनुष्य को अपनी घुटन या अपने पर घटित घटनाओं का फिलिंग को शेयर करना आवश्यक होता है। वरना यही उसके व्यवहार में या व्यक्तित्व में एक खलबली सी मचा देगा और व्यक्ति मानसिक अस्वस्थता कि ओर आज नहीं तो कल बढ़ ही जायेगा। इसलिए अपनी खुशी या गम शेयर करने कि कला सीखने का अभ्यास करते रहना चाहिए। मनोरोग से बचे रहेंगे एवं सामाजिक दायित्वों को सरलता से निभाने कि कला का विकास भी कर सकेंगे। जो रोगी हैं बताये गये प्रबंधन का अभ्यास दवा सेवन के साथ-साथ करते रहना आपको जल्दी स्वस्थ बनायेगा। निरोगी व्यक्ति भी ऐसे मनोवैज्ञानिक प्रबंधन को अपनायेगें तो सदा स्वस्थ बने रहेंगे।

वहीं शिविर में मनोवैज्ञानिक नर्सिंग केयर के बारे साइकायट्रिक नर्स के. महेश्वरन ने भी विस्तार से विद्यार्थीयों को मनोरोग तथा मानसिक स्वास्थ्य के लिये मनोवैज्ञानिक केयर को समझाया। इन्होंने बताया की मानसिक स्वास्थ्य पर बुजुर्गों को भी ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है। इस अवसर पर कालेज के चेयरमैन एस एन ओझा, निदेशक अनिल कुमार सिंह, प्राचार्य डॉ. अवधेश कुमार मिश्रा, शिक्षक दीपक कुमार, इर्शाद अहमद एवं सीमा कुमारी सहित कालेज के सभी कर्मचारियों मौजूद रहें और सफल आयोजन में अपना योगदान दिया।

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Darigaon Thana

रोहतास पत्रिका/सासाराम: दरिगांव थाना क्षेत्र से एक 28 वर्षिय महिला का अधजला शव बरामद किया गया है। घटना थाना क्षेत्र के मुड़ीसराय गांव की बताई जाती है। मिली जानकारी के अनुसार मुड़ीसराय गांव अंतर्गत दुर्गावती जलाशय नहर के पूरबी छोर पर शुक्रवार की सुबह गांव की महिलाएं शौच करने के लिए निकली हुई थी, तभी उनकी नजर अधजली महिला के शव पर पड़ी।

अधजली शव को देखकर स्थानीय महिलाएं भयभीत हो गई और शोर मचाना शुरू कर दिया। गांव में खबर आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। गांव के लोगों ने इसकी सूचना तत्काल रूप से स्थानीय थाना को दिया। मौके पर पहुंची थाने की पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेते हुए उसकी जांच पड़ताल करनी शुरू कर दी। फिलहाल खबर लिखे जाने तक शव की पहचान नहीं हो पाई है।

क्या कहते है थानाध्यक्ष

इस संबंध में दरिगांव थानाध्यक्ष संतोष सिंह ने बताया कि मुड़ीसराय के लोगों ने अज्ञात शव मिलने की सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेते हुए आसपास से जानकारी इकट्ठा करने का प्रयास किया परंतु कुछ जानकारी नहीं मिल पाया है। शव वहां कैसे पहुंचा, इसकी भी जानकारी नहीं मिल पाई है।

थानाध्यक्ष ने बताया कि शव को अपने कब्जे में लेते हुए फिलहाल पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। महिला की मृत्यु कैसे हुई वह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम चल पाएगा। फिलहाल शव की पहचान करने की कोशिश की जा रही। आसपास के थानों से गुम हुई महिलाओं की जानकारी इकट्ठा किया जा रहा हैं।

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